सपने हर कोई संजोता है , यह बात और है कि किसी के सपनों को पंख लग जाते हैं तो किसी के सपनों के पंख कतर जाते हैं । फिर भी पंख कतरे जाने के डर से भला कोई सपने संजोना छोड़ दे.. नहीं न । वैसे हम जो सपने देखते हैं उनमें कुछ तो ऎसे होते हैं जिन्हें पूरा करने में हमारा बस चलता है । लेकिन कुछ हमारे बस के बाहर होते हैं ....शायद कुछ ऎसा ही एक सपना है जो केवल मैं ही नहीम आप लोग भी देखते होंगे । जी हां ........काश बादलों के ऊपर अपना घर हो तो सोचो कैसा होगा ? खैर अभी आपने ऎसा अजूबा नहीं सोचा है तो इन तस्वीरों को देखकर जरूर सोचेंगे कि काश ऎसा हो तो कैसा हो.............
Followers
Wednesday, May 4, 2011
...........बादलों पे हो घर अपना.............
सपने हर कोई संजोता है , यह बात और है कि किसी के सपनों को पंख लग जाते हैं तो किसी के सपनों के पंख कतर जाते हैं । फिर भी पंख कतरे जाने के डर से भला कोई सपने संजोना छोड़ दे.. नहीं न । वैसे हम जो सपने देखते हैं उनमें कुछ तो ऎसे होते हैं जिन्हें पूरा करने में हमारा बस चलता है । लेकिन कुछ हमारे बस के बाहर होते हैं ....शायद कुछ ऎसा ही एक सपना है जो केवल मैं ही नहीम आप लोग भी देखते होंगे । जी हां ........काश बादलों के ऊपर अपना घर हो तो सोचो कैसा होगा ? खैर अभी आपने ऎसा अजूबा नहीं सोचा है तो इन तस्वीरों को देखकर जरूर सोचेंगे कि काश ऎसा हो तो कैसा हो.............
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
2 comments:
khoobsurat.....swagat hai !!!
बहुत सुंदर ...शुभकामनायें !
Post a Comment