क्या आपने कभी लकडी़ की साईकिल और वो भी सड़क पर दौड़ते हुए देखी है ? नही ना..... , तो आईए आपको इन चित्रों के माध्यम से दिखाते हैं लकडी़ की साईकिल । यह साईकिल बनाई है पोलैंड के रहने वाले 59 वर्षीय स्लॉमिर ने । स्लॉमिर इससे पहले प्लम्बर का काम करते थे । मगर कुछ क्रिएटिव करने की उनकी चाहत ने उनसे यह लकडी़ की साईकिल बनवा दी ..........................
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Wednesday, May 11, 2011
Monday, May 9, 2011
बीपीएमएस ने दिया हरियाणा के मुख्यमंत्री को धन्यवाद
चरखी दादरी । भिवानी परिवार मैत्री संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने कल हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से मुलाकात की । प्रतिनिधिमंडल ने चरखी दादरी के जुझारू विधायक सतपाल सांगवान को हरियाणा मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए धन्यवाद दिया । साथ ही उम्मीद जताई कि भिवानी जिले को हरियाणा सरकार व मुख्यमंत्री का सहयोग आगे भी मिलता रहेगा ।
दिल्ली से आए भिवानी परिवार मैत्री संघ के प्रतिधिमंडल में संरक्षकजगदीश गोयल , महासचिव अरविन्द गर्ग ,प्रवक्ता अतुल सिंघल के साथ नवीन मित्तल व विनोद गर्ग भी शामिल थे । मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने बीपीएमएस द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी ली । उन्होंने संस्था की भूरि - भूरि प्रशंसा करते हुए संस्था को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया ।
इस अवसर पर श्री सिंघल ने बताया कि आगामी 26 जून को जाने - माने कवि मधुप जी की जयंती दिल्ली में धूमधाम से मनाई जाएगी । जिसमें राज्य के कई बडे़ कवि व गणमान्त लोग शामिल होंगे ।
दिल्ली से आए भिवानी परिवार मैत्री संघ के प्रतिधिमंडल में संरक्षकजगदीश गोयल , महासचिव अरविन्द गर्ग ,प्रवक्ता अतुल सिंघल के साथ नवीन मित्तल व विनोद गर्ग भी शामिल थे । मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने बीपीएमएस द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी ली । उन्होंने संस्था की भूरि - भूरि प्रशंसा करते हुए संस्था को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया ।
इस अवसर पर श्री सिंघल ने बताया कि आगामी 26 जून को जाने - माने कवि मधुप जी की जयंती दिल्ली में धूमधाम से मनाई जाएगी । जिसमें राज्य के कई बडे़ कवि व गणमान्त लोग शामिल होंगे ।
Wednesday, May 4, 2011
...........बादलों पे हो घर अपना.............
सपने हर कोई संजोता है , यह बात और है कि किसी के सपनों को पंख लग जाते हैं तो किसी के सपनों के पंख कतर जाते हैं । फिर भी पंख कतरे जाने के डर से भला कोई सपने संजोना छोड़ दे.. नहीं न । वैसे हम जो सपने देखते हैं उनमें कुछ तो ऎसे होते हैं जिन्हें पूरा करने में हमारा बस चलता है । लेकिन कुछ हमारे बस के बाहर होते हैं ....शायद कुछ ऎसा ही एक सपना है जो केवल मैं ही नहीम आप लोग भी देखते होंगे । जी हां ........काश बादलों के ऊपर अपना घर हो तो सोचो कैसा होगा ? खैर अभी आपने ऎसा अजूबा नहीं सोचा है तो इन तस्वीरों को देखकर जरूर सोचेंगे कि काश ऎसा हो तो कैसा हो.............
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