आज और अभी - अभी मुझे एक मेल मिला है जिसके तहत दिल्ली सरकार ने हमारे हिन्दी ब्लॉगर्स की संस्तुति को शीघ्र अमल में लाकर एक ब्लॉग मंत्रालय की स्थापना कर दी है । इस मंत्रालय के तहत एक प्रकोष्ठ भी बनाया है जिसके सदस्य हिन्दी ब्लॉगर्स ही बनाए गए हैं और उनके नाम भी घोषित कर दिए गए हैं ।
यह प्रकोष्ठ इस बात पर नजर रखेगा कि कौन हिन्दी ब्लॉगर है जो प्रतिदिन बेनागा अपने ब्लॉग पर लिखता है तथा उसके लेखन में समाज के लिए क्या - क्या उपदेश हैं । वे समाज का भला करने में अपना कितना योगदान दे पा रहे हैं । मंत्रालय के अनुसार हिन्दी ब्लॉगर्स को गुजारा भत्ता के लिए [अथवा अपने घरवालों कि तसल्ली के लिए कि हिन्दी ब्लॉगिंग में अब टाइम खोटी करने वाली बात नहीम है बल्कि इससे अब कमाई भी है ] प्रति लेख १५० रुपया तय किया गया है । चुने गए ब्लॉगर्स को कमाई की सूचना हर सप्ताह के अंत में मेल द्वारा प्रेषित कर दी जाएगी ।यही नहीं मंत्रालय द्वारा दिए गए सुझावों व निर्देश में यह भी खुलासा किया गया है कि उन्हीं ब्लॉगर्स को कमाई की श्रेणी में शामिल किया जाएगा जिनकी पोस्ट में सरकार की जबर्दस्त बखिया उधेडी गई हो ।
प्रकोष्ठ में नामित सदस्यों में मुझे [शशि सिंघल ] प्रकोष्ठ का लेखाधिकारी बनाया गया है । जिसके लिय मैंने लौटती डाक से अपनी स्वीकृति भेज दी है । मैंने प्रकोष्ठ के लिए अपना काम आज से ही शुरू कर दिया है ।
अत: मैं अपने ब्लॉगर्स साथियों को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद करती हू कि वे आज से ही एसी पोस्टें लिखने लगें जिसमें सरकार की बखिया पूरी की पूरी उधडी हो ।
देखिए इसे कहते हैं सफलता - कि अभी पिछले सप्ताह ही ब्लॉगर्स रअजीव तनेजा जी के घर एकत्रित हुए थे और त्ब सबने एक सुर से हिन्दी ब्लॉगिंग में कमाई कैसे की जाए इस बात पर विचार विमर्श किया था । तभी अविनाश जी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वे स्वयं एक सरकारी अधिकारी हैं तो वे सरकार तक हमारी बात जल्दी पहुंचा सकते हैं । लिए गए निर्णय के तहत सभी ने मिलकर सरकार से इस सबंध मेम ठोस कदम उठाने की मांग करते हुए अविनाश जी को एक पत्र दिया था । भ्ला हो अविनाश जी का जिन्होंने तुरंत हम सबकी व्यथा सरकार तक पहुंचा दी और नतीजे के तौर पर सरकार ने भी आनन - फानन में फैसला लिया और हिन्दी ब्लॉगरों को प्रति रचना १५० रुपया देना तय कर दिया ।
आप सभी को अह जानकर बेहद खुशी होगी कि आज ही इस परम्परा का शुभारम्भ कर दिया गया और इनाम की श्रेणी मेम अविनाश जी का नाम सामने आया है जिन्हेम इनाम स्वरूप १५० रुपए का चैक आज ही उनके पते पर भेज दिया गया है । अविनाश जी को यह इनाम उनके द्वारा लिखी गई हाल ही की रचना ”महंगाई को लेकर शीला दीक्षित द्वारा जनता के नाम लिखे गए पत्र के लिए दिया गया है । आपको यह भी बता दूम कि अन्य कई और ब्लॉग भी पाइप लाइन में हैं जिनपर विचार चल रहा है । इनके इनाम की घोषणा करने के लिए आज शाम छ बजे का समय निर्धारित किया गया है । यदि आपको कोई मेल न मिले तो आप शाम आठ बजे मेरे ब्लॉग http://www.meraashiyana.blogspot.com/ पर आकर अपना नाम देख सकते हैं
16 comments:
April fool Mubarak ho!
wow...APRIL FOOL banana to koi aapse sekhay.
sandhya
LOL
very nice
बेरोजगार ब्लागरो के लिए तो अच्छी खबर है पर मुझे कमाई नहीं करना है ...अप्रेल फूल की शुभकामना और बधाई आपको भी ...
wahhaaa sir jiiiiiiii kya cooooolll phoooooool banayaa .......... firrrr vvvvvv mujhe gussa n aayaaaaaa
--- thanks for great article
पहले हमारे पहले के लिखे गये लेखों और टिप्पणियों के पैसे दिये जायें बाकी की बात बाद में की जायेगी।
मूर्ख होना हमारी नियति है; हम मूर्ख थे, मूर्ख हैं और मूर्ख ही रहेंगे।
Britishers were advertising outside India that "Indians are uncivilized. Therefore we are making them civilized. Therefore we should stay there. Don't object." Because United Nations, they were asking, "Why you are occupying India?"
खुशखबरी !!! संसद में न्यूनतम वेतन वृद्धि के बारे में वेतन वृद्धि विधेयक निजी कर्मचारियों के लिये विशेषकर (About Minimum Salary Increment Bill)
एक तो हमे कमाई चाहिये नही
और अगर कमाई मिले तो बस सारे ब्लोगरो के प्यार के रूप मे
और हा सवेरे विवेक ने ब्ना दिया था अप्रेल फ़ूल अब बार बार क्या बनाते हो
भाड में जाए ब्लोग्गिंग मैं छोड रहा हूं इसे ........ सुलभ
मै तो अपना हिसाब लगा रहा हूँ मैने कितनी पोस्टे लगायी है और मुझे कितना मिलेगा.
आपको भी किसी विभाग में कोई पद मिला क्या?
शुभकामनाएँ
बाकी सब तो ठीक है, लेकिन 150/- प्रति पोस्ट के हिसाब से रेट बहुत कम रखा है :-)
april phool manaya
kisee ko gussa na aaya
hamko badaa majaa aayaa
aur sabka saath bhee khoob bhaya
राशि बढ़कर प्रति आलेख 200 हो गई है। सबको बधाई। जो नहीं मानेंगे वही अप्रैल फूल बनेंगे बाकी सब के खाते में नोटों के फूल खिलेंगे।
लगता है शशि जी आप भी दुविधा में हैं,पर ये सच है।
हाँ हाँ यहाँ सारे तो बेवकूफ ही बैठे हैं ना.. तुम भी बना लो...
पहली अप्रैल को इससे अच्छी खबर नहीं हो सकती... मैं तो अपना अकाउंट आपके नाम से ही खोल देता हूं... सरकार जो पैसे देगी वह आप सहेज कर रख लीजीएगा... महीने के अंत में इकट्ठा कर के दे दीजीएगा..
आज मूर्ख दिवस मनाने में इतना व्यस्त रहा कि कहीं किसी ब्लॉग पर जाना हुआ नहीं यद्यपि दिवस विशेष का ख्याल रख यहाँ चला आया हूँ और आकर अच्छा लगा. धन्यवाद!!
Post a Comment