छात्रों के एक समूह नेअपने विश्वविद्यालय का रजत जयंती वर्ष एक लंबा पत्र लिखकर और विश्व रिकार्ड स्थापित करके मनाया । गुजरात विश्वविद्यालय के ब्रह्मकुमारीज युवा विंग के छात्रों ने विश्वविद्यालय का सिल्वर जुबली वर्ष तथा अहमदाबाद शहर की स्थापना के छह सौ साल बाद विश्वविद्यालय का हीरक जयंती वर्ष बडे ही अनूठे ढंग से मनाया । इस अवसर पर उन्होंने एक ऎसा ईवेंट आयोजित किया जहां लोग अपने भगवान को खुद पत्र लिख सकें ।
बडे आश्चर्य की बात रही कि इस ईवेंट में लोगों ने बढचढ कर हिस्सा लिया तथा मात्र तीन घंटे में लगभग 2800 लोगों ने अपने जीवन के लिए खुश आभार की अपनी भावनाओं को लिखा और यह भी पूछा कि उन्हें आतंकवाद , गरीबी , भ्रष्टाचार और अन्य बुराइयों से कब छुटकारा मिल पाएगा । यह पत्र 2,841 फुट लंबा जाकर समाप्त हुआ ।
प्रतिभागियों ने इस अवसर पर अपने जीवन में सबकुछ मिलने के लिए भगवान का शुक्र अदा करते हुए आभार प्रकट किया ।कार्यक्रम की सफलता पर आयोजकों का कहना है कि इससे यह सीख मिलती है कि आज कौन है जो भगवान को पत्र लिखना नहीम चाहता ।
खुशी की बात तो यह रही कि पिछले रिकार्ड के तहत पत्र 2,000 रोमानियाई देशवासियों ने सांता क्लॉस के लिए 1358 फुट विश्व का सबसे लंबा पत्र लिखकर विश्व रिकार्ड स्थापित किया था ।अब यह रिकार्ड गुजरात के लोगों ने अपने नाम कर लिया है ।
3 comments:
waah..lage rahi mitron...
http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/
इतने लम्बे पत्र को पत्र क्यों पत्रा क्यों न कहा जाए.
wah kya collection kiya hai aapne.
very nice.
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