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Saturday, May 31, 2008

.....क्या करे बेचारे न्यूज चैनल ?

मैने अभी - अभी आशीस कुमार ’अन्शु ’ की रिपोर्ट देखी तो मै भी इस बारे मे कुछ कहने से अपने को नही रोक पाई । गनीमत है कि ये कमिश्नर साहेब का कुत्ता था वरना ये न्यूज चैनल वाले क्या - क्या दिखा दे खा नही जा सकता ।दरअसल आज न्यूज चैनलो की भरमार है , आए दिन नए - नए न्यूज चैनल मार्केट मे आ रहे है जिससे इनमे कम्पटीशन होना लाजिमी है और इसी के चलते इनमे होड. लगी रहती है कि कौन सबसे पहले ब्रेकिन्ग न्यूज देता है ।अब ब्रेकिन्ग न्यूज कुत्ते की हो या कोई अन्य ? हालान्कि आज न्यूज चैनलो ने घूसखोरी , भ्र्स्टाचार , सरकारी दफ्तरो मे कामकाज का न होना आदि मुद्दो को लाइव दिखाकर एक नई क्रान्ति ला दी है । मगर कभी - कभी एक खबर को सुबह से शाम तक खीचना खल जाता है ।

3 comments:

आशीष कुमार 'अंशु' said...

सत्य वचन

आशीष कुमार 'अंशु' said...

सत्य वचन

विक्रांत बेशर्मा said...

शशि जी,
बहुत सही कहा आपने आज कल न्यूज़ चैनल्स की भरमार हो गई है ,एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते करते वो अपना मूल उद्देश्य भूल जाते हैं ,कुछ भी प्रसारित कर देते हैं और एक ख़बर तो सुबह से लेकर शाम तक दिखाते रहते हैं.