tag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post4911949795625517138..comments2023-08-25T19:47:48.219+05:30Comments on meraashiyana: ये कैसी भक्ति - कैसी आस्था ?Dr. Shashi Singhalhttp://www.blogger.com/profile/02251500480548660356noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post-20988528246323396542009-10-07T21:01:50.075+05:302009-10-07T21:01:50.075+05:30डॉ. मृदुल कीर्ति को जन्म दिवस की बहुत-बहुत बधाई......डॉ. मृदुल कीर्ति को जन्म दिवस की बहुत-बहुत बधाई... <br />तुम जियो हजारों साल, साल के दिन हों कई हजार. <br /><br />भारती की आरती उतारती हैं नित्य प्रति <br />रचनाओं से जो उनको नमन शत-शत. <br />कीर्ति मृदुल से सुवासित हैं दस दिशा,<br />साधना सफल को नमन आज शत-शत.<br />जनम दिवस की बधाई भेजता 'सलिल' <br />भाव की मिठाई स्वीकार करें शत-शत.<br />नेह नरमदा में नहायें आप नित्य प्रति,<br />चांदनी सदृश उजियारें जग शत-शत. <br /><br />जगह-जगह मूर्तियाँ लग्न ही गलत है. पुरानों में मूर्तियाँ बनाने और लगाने के विधान वर्णित हैं. पूरे शहर में कुछ मूर्तियाँ हों तो विधि-विधान से पूजन और विसर्जन हो सकेगा. जबलपुर में दुर्गा जी की १००० से अधिक मूर्तियाँ रखी जाती हैं. बिजली के तारों से बिजली चुराकर रौशनी की जाती है. रस्ते बंद कर दिए जाते हैं. प्रशासन को इन्हें अनुमति नहीं देना चाहिए. मूर्तियाँ छोटी तथा पर्यावरण को प्रदूषित न करनेवाली सामग्री से बनी हों.दिव्य नर्मदा divya narmadahttps://www.blogger.com/profile/17701696754825195443noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post-65525461447521316002009-09-25T19:19:29.090+05:302009-09-25T19:19:29.090+05:30bhootnath ji ki baat se sehmat hooN
is desh mein s...bhootnath ji ki baat se sehmat hooN<br />is desh mein sirf bhaavnaaon ke naam <br />par kayaa kuchh nahi kar diyaa jata <br />jin logoN ko aap ya hm samjhaa dena chaahte haiN ...wo log bhi usee bahaav ka hi hissaa bane hue haiN<br />"dost bhi yooN buraa manaate haiN,<br /> galatiyaan mt nikaaliye saaheb.."<br /><br />khair ...!<br />abhivaadan svikaareiN .<br /><br />---MUFLIS---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post-63460442519889422532009-09-24T21:24:21.619+05:302009-09-24T21:24:21.619+05:30बिलकुल सही बात कही है आपने....मगर इस देश में भावना...बिलकुल सही बात कही है आपने....मगर इस देश में भावना के आगे इंसान के हित देखे ही भला क्यूँ कर जाएँ....इसलिए आपकी बात का भी क्योंकर असर हो....ऊपर वाले के नाम पर जो भी कुछ कर डालिए....सब माफ़....इंसान मरता है तो मरता रहे....मरने के बाद तो स्वर्ग है ही ना.....हा..हा..हा..हा..हा..!!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.com