tag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post1236119142558133467..comments2023-08-25T19:47:48.219+05:30Comments on meraashiyana: आयु बढा़ने का गुर अब आपके पासDr. Shashi Singhalhttp://www.blogger.com/profile/02251500480548660356noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post-19261896103929535122009-10-31T17:29:18.684+05:302009-10-31T17:29:18.684+05:30इस उपयोगी पोस्ट को पढ़ने पर मुझे अपनी ही कविता ...इस उपयोगी पोस्ट को पढ़ने पर मुझे अपनी ही कविता 'न घात करें' की कुछ पंग्तियाँ याद आती हैं -<br /><br />छलके प्याले जाम के,<br />कुछ तुम पियो, कुछ हम पियें . <br /><br />जीवन की सच्चाई समझ परे,<br />जिया जो जी-भर पार लगे . <br />जीवन है चलना और बस,<br />कुछ तुम चलो, कुछ हम चलें .<br /><br />उपयोगी पोस्ट की बधाई स्वीकारें .राकेश 'सोहम'https://www.blogger.com/profile/14741422962119256333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post-90345838907190048052009-10-30T18:12:14.987+05:302009-10-30T18:12:14.987+05:30आयु बढाने का गुर पर शोध करना छोडकर स्वस्थ रहने क...आयु बढाने का गुर पर शोध करना छोडकर स्वस्थ रहने के गुर पर शोध किया जाए .. आज कम उम्र में ही लोगों को इतनी सारी बीमारियों से जूझना पड रहा है .. अधिक उम्र तक जीकर क्या करे ??संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-869287769045654845.post-15169289910107179062009-10-30T17:41:02.721+05:302009-10-30T17:41:02.721+05:30जन्म और मरण की सारी प्रक्रियाएं ईश्वर ने अपने हा...जन्म और मरण की सारी प्रक्रियाएं ईश्वर ने अपने हाथ में नहीं अपने सुपर कंप्यूटर में ही रखी होंगी। हाथ में बल्कि हाथ की ऊंगलियों और अंगूठों के तले तो कीबोर्ड ही रखा जाना चाहिए। अब वो बात दीगर है कि भगवान इसलिए महान है क्योंकि उसे ये सब कार्य रिमोट वो भी मन से, अगर भगवान को भी एक अदद मन का स्वामी मानें तो, संचालित करने होते होंगे। <br />अब जिस तरह ईश्वर ने इंसान को छोड़ा है तो उस के लिए बीमारियां भी छोड़ दी हैं। अब यह तो हो नहीं सकता कि इंसान तो पृथ्वी पर छोड़े परन्तु बीमारियां चांद या मंगल पर छोड़े। <br />खतरों से अगर बचेगा तो जीवन बढ़ेगा और जीवन बढ़ेगा तो फिर शराब का सेवन ही करेगा और बाकी लतों में भी घिरेगा इसलिए आयु बढ़ाने का कोई लाभ दिखलाई तो नहीं दे रहा है। <br />फिर क्यों आयु बढ़ाने के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिसने सादगी से जीना है उसके लिए इतना जीना ही काफी है। ज्यादा वे ही जीना चाहते हैं जो इन सब व्यसनों में लिप्त रहते हैं। <br />खैर ... एक उपयोगी पोस्ट। पर अपुन का नजरिया तो ऐसा ही है। मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता यह सब भगवान के हाथ में है। उसका हाथ जगन्नाथ।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com